प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण (PMAY-G) सरकार की एक प्रमुख योजना है, जिसका उद्देश्य देश के गरीब और बेघर ग्रामीण परिवारों को पक्का मकान उपलब्ध कराना है। इस योजना के तहत केंद्र सरकार पात्र लाभार्थियों को वित्तीय सहायता देती है ताकि वे खुद का स्थायी मकान बना सकें। अब इस योजना में पारदर्शिता और नए पात्र लोगों को जोड़ने के लिए सरकार ने ग्रामीण सर्वे की प्रक्रिया शुरू की है।
क्या है पीएम आवास योजना ग्रामीण सर्वे?
सरकार ने ऐसे ग्रामीण नागरिकों के लिए PMAY-G सर्वे शुरू किया है जो अब तक इस योजना से वंचित रह गए हैं। इसके लिए एक नया तरीका अपनाया गया है जिसमें ग्रामीण नागरिक स्वयं सर्वे कर सकते हैं। इसके माध्यम से जो लोग बेघर हैं या बहुत ही खराब स्थिति में रह रहे हैं, वे अब अपने लिए पक्का मकान पाने के लिए आवेदन कर सकते हैं।
आवास प्लस एप्लीकेशन से करें घर बैठे सर्वे
सरकार ने इस सर्वे को आसान बनाने के लिए आवास प्लस एप्लीकेशन लॉन्च किया है। इस ऐप के जरिए गांव में रहने वाले लोग खुद से अपना सर्वे कर सकते हैं। यह एक डिजिटल सुविधा है जिससे कोई भी ग्रामीण नागरिक 30 अप्रैल 2025 तक अपना सर्वे पूरा कर सकता है।
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योजना के तहत मिलने वाली सहायता
प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के अंतर्गत पात्र लाभार्थियों को केंद्र सरकार की तरफ से आर्थिक मदद दी जाती है। इसमें:
- मैदानी क्षेत्रों के लिए ₹1.20 लाख
- पहाड़ी और दूरदराज के क्षेत्रों के लिए ₹1.30 लाख तक
की राशि सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में भेजी जाती है।
साथ ही, मकान के साथ-साथ शौचालय, बिजली, पानी जैसी बुनियादी सुविधाएं भी योजना के अंतर्गत दी जाती हैं।
ग्रामीण सर्वे का उद्देश्य
इस सर्वे का उद्देश्य है कि ऐसे सभी ग्रामीण परिवार जो अब तक योजना से बाहर हैं, उन्हें इसका लाभ दिया जा सके। सरकार इस प्रक्रिया के माध्यम से एक पारदर्शी और सटीक सूची बनाना चाहती है, जिसमें सिर्फ वही लोग शामिल हों जिन्हें वास्तव में इस योजना की जरूरत है।
पीएम आवास योजना ग्रामीण सर्वे के लाभ
- पक्का मकान बनाने के लिए आर्थिक सहायता
- सीधे बैंक खाते में राशि का भुगतान
- मकान के साथ शौचालय, बिजली और पानी की सुविधा
- पारदर्शी और ऑनलाइन प्रक्रिया से धोखाधड़ी की संभावना कम
- पात्र नागरिकों को बिना किसी बिचौलिए के मदद मिलना
किन लोगों को मिलेगा योजना का लाभ? (पात्रता)
इस योजना का लाभ पाने के लिए कुछ जरूरी पात्रताएं तय की गई हैं:
- ऐसे ग्रामीण परिवार जो झोपड़ी, कच्चे या टूटे-फूटे मकान में रहते हैं
- आर्थिक रूप से कमजोर लोग जो गरीबी रेखा के नीचे आते हैं
- अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अल्पसंख्यक वर्ग के लोग
- जिनके पास पहले से कोई पक्का मकान नहीं है
जरूरी दस्तावेज़
यदि आप इस सर्वे में भाग लेना चाहते हैं, तो नीचे बताए गए दस्तावेज़ आपके पास जरूर होने चाहिए:
- आधार कार्ड
- पहचान पत्र (जैसे वोटर ID)
- पैन कार्ड
- आय प्रमाण पत्र
- बैंक खाता विवरण
- चालू मोबाइल नंबर
- राशन कार्ड
- पासपोर्ट साइज फोटो
कैसे करें पीएम आवास योजना ग्रामीण सर्वे का आवेदन?
सर्वे में भाग लेने के लिए नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो करें:
- सबसे पहले अपने मोबाइल में Google Play Store से Awaas Plus ऐप डाउनलोड करें
- ऐप खोलें और “Self Survey” के विकल्प पर क्लिक करें
- अपना आधार नंबर और मोबाइल नंबर दर्ज करें
- मांगी गई सारी जानकारी को सही-सही भरें
- अंत में “Submit” बटन पर क्लिक करें
इस तरह से आपका डेटा सरकार के पोर्टल पर सुरक्षित रूप से पहुंच जाएगा।
महत्वपूर्ण तिथि
- इस सर्वे की अंतिम तारीख: 30 अप्रैल 2025
इससे पहले अपना सर्वे जरूर पूरा करें, ताकि योजना का लाभ समय पर मिल सके।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
Q. क्या सामान्य ग्रामीण नागरिक खुद से सर्वे कर सकते हैं?
A. हां, कोई भी नागरिक आवास प्लस एप के माध्यम से खुद से सर्वे कर सकता है।
Q. क्या सर्वे के बाद पक्का मकान मिलेगा?
A. यदि आप पात्रता की शर्तें पूरी करते हैं, तो सरकार की ओर से निश्चित रूप से पक्के मकान के लिए मदद दी जाती है।
Q. क्या सर्वे के लिए कोई शुल्क देना होगा?
A. नहीं, यह प्रक्रिया पूरी तरह निःशुल्क है।
निष्कर्ष
प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण सर्वे 2025 एक सुनहरा मौका है उन सभी गरीब और बेघर ग्रामीण परिवारों के लिए जो अब तक सरकारी मदद से वंचित थे। अब वे खुद से ऑनलाइन सर्वे करके योजना में शामिल हो सकते हैं। अगर आप भी एक कच्चे घर में रहते हैं और पक्के मकान की जरूरत है, तो बिना देरी के अपना सर्वे जरूर कराएं और सरकार की इस लाभकारी योजना का हिस्सा बनें।