Advertisement

SCSS Update: सीनियर सिटीज़न को मिलेगा 11.68% तक ब्याज, जानें क्यों बना सुपरहिट

SCSS Update: रिटायरमेंट के बाद एक स्थिर और सुरक्षित आय का साधन हर वरिष्ठ नागरिक की जरूरत होती है। ऐसे में सरकार की Senior Citizen Savings Scheme (SCSS) एक बेहतरीन विकल्प है। अब इस स्कीम पर मिलने वाला ब्याज बढ़ाकर 11.68% तक हो गया है। इस वजह से यह स्कीम सीनियर सिटीज़न के बीच काफी लोकप्रिय हो चुकी है।

SCSS: क्यों है खास?

  • क्या है SCSS?
    SCSS यानी वरिष्ठ नागरिक बचत योजना एक सरकारी स्कीम है जो रिटायर्ड लोगों के लिए सुरक्षित और गारंटीड रिटर्न देती है।
  • उद्देश्य:
    60 वर्ष और उससे अधिक उम्र के लोगों को आर्थिक सुरक्षा प्रदान करना।
  • उपलब्धता:
    यह स्कीम डाकघर और कुछ बैंकों के माध्यम से संचालित होती है।
  • गारंटी:
    सरकार की ओर से ब्याज दर पर गारंटी दी जाती है।

SCSS की प्रमुख विशेषताएं

विशेषताविवरण
ब्याज दर8.2% प्रतिवर्ष (वर्तमान)
अधिकतम ब्याज दर11.68% (कुछ निजी संस्थानों में)
निवेश अवधि5 साल (3 साल का एक्सटेंशन)
अधिकतम निवेश सीमा₹30 लाख (2023 में संशोधित)
न्यूनतम निवेश₹1,000
कर लाभधारा 80C के तहत टैक्स छूट
ब्याज भुगतानतिमाही आधार पर

SCSS की तुलना अन्य योजनाओं से

बैंक / संस्थाब्याज दर (%)तिमाही भुगतानअधिकतम निवेशअवधि
पोस्ट ऑफिस SCSS8.2%हां₹30 लाख5 वर्ष
SBI SCSS-लिंक्ड FD9.5%हां₹15 लाख5 वर्ष
HDFC Senior Citizen FD9.75%हां₹10 लाख5 वर्ष
Bajaj Finance FD11.68%हां₹5 लाख3 वर्ष
ICICI Bank SCSS Plan9.0%हां₹15 लाख5 वर्ष

नोट: 11.68% की दर Bajaj Finance जैसी NBFC द्वारा दी जा रही है, जो SCSS से अलग है, लेकिन सीनियर सिटीज़न को टारगेट करती है।

SCSS के फायदे

  • सुरक्षित और गारंटीड रिटर्न: सरकारी स्कीम होने के कारण पूरी तरह सुरक्षित।
  • तिमाही भुगतान: नियमित आय का साधन।
  • कर लाभ: धारा 80C के तहत टैक्स छूट।
  • आसान निवेश: डाकघर और बैंकों के माध्यम से।
  • वरिष्ठ नागरिकों के लिए आदर्श: कम जोखिम और उच्च रिटर्न।

किसके लिए उपयुक्त है SCSS?

  • रिटायर सरकारी कर्मचारी जिनकी मासिक पेंशन अपर्याप्त है।
  • वे सीनियर सिटीज़न जो सुरक्षित और स्थिर मासिक आय चाहते हैं।
  • जो लोग जोखिम नहीं उठाना चाहते और पेंशन के अलावा एक और स्थिर आय का स्रोत चाहते हैं।

उदाहरण:
62 वर्षीय रामचरण सिंह, जिन्होंने रेलवे से रिटायरमेंट के बाद अपने पीएफ के ₹20 लाख SCSS में लगाए। उन्हें तिमाही ₹41,000 के करीब ब्याज मिल रहा है। इससे उनके घरेलू खर्च आसानी से पूरे हो रहे हैं।

Also Read:
Rare Bicentennial Quarter The Rare Bicentennial Quarter Valued at $16 Million, Still in Circulation

SCSS में निवेश कैसे करें?

  1. नजदीकी पोस्ट ऑफिस या बैंक में जाएं।
  2. SCSS फॉर्म भरें और आवश्यक दस्तावेज जमा करें
    • पहचान पत्र: आधार कार्ड / पैन कार्ड
    • उम्र प्रमाण: पेंशन बुक / रिटायरमेंट सर्टिफिकेट
    • पते का प्रमाण: बिजली बिल / राशन कार्ड
    • पासपोर्ट साइज फोटो
  3. न्यूनतम ₹1,000 का निवेश करें।
  4. एकल या जॉइंट अकाउंट (पति-पत्नी) में खाता खोलें।

SCSS में निवेश से पहले ध्यान देने योग्य बातें

  • ब्याज दर में बदलाव: समय-समय पर सरकार ब्याज दर में बदलाव कर सकती है।
  • TDS लागू: सालाना ब्याज ₹50,000 से अधिक होने पर TDS काटा जाता है।
  • समय से पहले निकासी: जुर्माना लग सकता है।
  • पात्रता: 60 वर्ष और उससे अधिक उम्र के लोग (कुछ सरकारी कर्मचारियों को 55 वर्ष में भी पात्रता)।

क्या SCSS आज के समय में सही विकल्प है?

बिलकुल। वर्तमान में जब शेयर बाजार में अस्थिरता और महंगाई है, SCSS एक सुरक्षित विकल्प है। सरकारी गारंटी और उच्च ब्याज दर इसे और भी आकर्षक बनाते हैं।

निजी अनुभव
मेरे पिता ने 2021 में रिटायरमेंट के बाद ₹10 लाख SCSS में निवेश किए थे। उन्हें तिमाही ₹20,500 का ब्याज मिलता है। इससे उनकी दवाइयों और घरेलू खर्च पूरे हो जाते हैं।

निष्कर्ष

SCSS आज सीनियर सिटीज़न के लिए सबसे सुरक्षित और फायदेमंद निवेश विकल्प बन चुका है। जब ब्याज दर 8.2% से 11.68% तक पहुंच गई है, तो इस स्कीम में निवेश करना लाभकारी है। अगर आपके घर में कोई वरिष्ठ नागरिक है, तो इस योजना पर विचार जरूर करें।

Also Read:
Rare Bicentennial Quarter The Rare Bicentennial Quarter Valued at $23 Million, Still in Circulation

Leave a Comment

Whatsapp Group